एक बड़े बर्तन मे दुनिया की नज़रों में बदलते भारत की नयी छवि भारत देश कभी सोन-चिरैया कहलाता था और पिछले एक दशक से फिर से भारत नया इतिहास रच रहा है। आज विश्व-पटल पर भारत की जय-जयकार हो रही है। इसकी कोई एक वजह नहीं है, बल्कि बहुत से कारण है जो भारत को ख़ास बनाते हैं। कोरोना- काल में भारत की स्वास्थ्य सेवाओं और टीका विकास को सभी देशों से पहचान मिली है। भारत ने ना सिर्फ अपने देश में बल्कि अन्य देशों को भी कोविड के टीके उपलब्ध करवाए हैं। हिन्दुस्तान ने जिस तरह से विश्व मंच पर अपनी साख मज़बूत की है, उससे ये अनुमान लगाया जाता रहा है कि कुछ दशकों में ही वह सबसे अधिक शक्तिशाली देशों की सूची में अंकित होगा। संयुक्त राज्य अमेरिका भी यह समझता है की अगर उसे भविष्य में चीन से आगे रहना है, तो भारत ही इस लक्ष्य को पाने में उसकी मदद कर सकता है। भारत ने पिछले कुछ सालों में अपनी सैन्यशक्ति बहुत मज़बूत की है और रूस, जापान, अमेरिका आदि के साथ मिलकर अपनी ताकत कई गुना बढ़ा ली है। वर्तमान शासनकाल में भारत ने अनेकानेक देशों के साथ घनिष्ठ सम्बन्ध स्थापित किये हैं। हिंदुस्तान अपने स्वागत-सत्कार के लिए जाना जाता है। कई देशों के प्रवा किसी के जाने से, ज़िन्दगी रुकती नहीं, ज़िन्दगी थमती नहीं, याद तो आती है उनकी मगर, हौसलों की जड़ कटती नहीं, ऐसे जज़्बों को सलाम है मेरा, जो अपने दामन पर आँच आने ना दी, शब्दों के बाणों ने भेदा तो बहुत, पर अपने साँच को आँच आने ना दी, रहना यूँ ही मज़बूत सदा, तुम्हारे होंसले की हमको ज़रूरत है, जो कमज़ोर पड़ो कभी भी तुम, याद रखना नींव का पत्थर भारी है, ध्यान भंग ना होने देना, किसी को खुद पर हावी ना होने देना, संग तुम्हारे चलेंगे हम, हमें खुद से दूर ना होने देना, एक मिसाल तुम्हे पेश करनी है, राह की गिट्टी उलटनी है, इस पटकथा की नायिका बन के, अपनी कहानी खुद रचनी है।.